बिगड़ता हुवा पर्यावरण एक आज वर्ल्ड के लिए बहुत बड़ा मुद्दा है प्रधानमंत्री मोदी 2-13 सितम्बर को COP में शामिल सभी राष्ट्रों के प्रतिनिधिमंडल को सम्बोधित करेंगे। आपको बता दें COP एक पार्टियों का सम्मेलन है, जो जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन के कार्यान्वयन की निगरानी और समीक्षा करता है। 196 राष्ट्रों ने इस फ्रेमवर्क कन्वेंशनपर हस्ताक्षर किए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बिगड़ते पर्यावरण से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र (यूएन) सम्मेलन में 196 देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम 2-13 सितंबर से इंडिया मार्ट और एक्सपो में होगा।
कालाधन रखने वालों की खैर नहीं, स्विस बैंक भारत को देगा जानकारी
इस कार्यक्रम में 196 देशों के मंत्री, वैज्ञानिक, राष्ट्रीय और स्थानीय सरकारों के प्रतिनिधि, गैर-सरकारी संगठन, शहर के नेता, निजी क्षेत्र, उद्योग विशेषज्ञ, महिला, युवा, पत्रकार और सामुदायिक समूह अपनी विशेषज्ञता शेयर करेंगे और सबसे अच्छे समाधानों पर सहमत होंगे।
चंद्रयान-2 कि चन्द्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग, कई देश देखेंगे एक साथ
संयुक्त राज्य अमेरिका सम्मेलन के संयुक्त दल के चौदहवें सत्र का मुख्य एजेंडा है कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन यानि भूमि को बंजर होने से कैसे रोका जाये। इस सम्मेलन में यह भी ध्यान रखा जायेगा की कैसे हम लोगो के लिए इकोफ्रैंडली विकास का प्लान लाये ताकि लोगी की इनकम ज्यादा हो और पर्यावरण भी सुरक्षित रहे।
अनुच्छेद 370 के बाद सेना में 575 कश्मीरी युवा हुए भर्ती
UNCCD का कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज (COP) वह स्थान है जहां सरकारें रणनीतिक, प्रभावी भूमि उपयोग और स्थायी भूमि प्रबंधन जैसे मुद्दों पर सहमत होती हैं ताकि प्रकृति और पारिस्थितिकी तंत्र को सुनिश्चित किया जा सके। COP14 भूमि प्रबंधन और नियोजन पर काम करता है।